दीर्घावधि
दीर्घ अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम
- पाठ्यक्रम-I: सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर नेटवर्किंग के संचालन और प्रशासन में डिप्लोमा
- पाठ्यक्रम-II: सूचना और नेटवर्क सुक्टोरिटी में डिप्लोमा
- पाठ्यक्रम-III: सूचना संचार प्रौद्योगिकी और इसकी सिक्योरिटी में एडवांस डिप्लोमा
1. पाठ्यक्रम-I: सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर नेटवर्किंग के संचालन और एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा
अवधि: 12 सप्ताह
मॉड्यूल 1: सूचना प्रौद्योगिकी, संचालन प्रणाली, इंटरनेट एवं मैसेजिंग की प्रस्तावना
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को बेसिक कंप्यूटर हार्डवेयर और उसके कलपुर्जों को समझने में मदद करेगा, जिनका संचालन के लिए दैनिक तौर पर उपयोग किया जाता है और उन्हें लोकल एरिया नेटवर्क कंसेप्ट एवं विंडोज/लीनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम से अवगत कराएगा। यह इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज की जानकारी भी देगा - जिससे वे इंटरनेट एक्सप्लोरर और एमएस-आउटलुक एप्लीकेशंस की जानकारी ले सकेंगे और इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज को समझ सकेंगे। इससे आमतौर पर उपयोग होने वाले ऑफिस आटोमेशन टूल, एमएस-ऑफिस की जटिलताओं को समझने में उन्हें मदद मिलेगी और वे इनकी गहन जानकारी ले सकेंगे। उपयोगकर्ताओं को एमएस-वर्ड, एमएस-एक्सल और एमएस-पावरप्वाइंट का उपयोग करना सिखाया जाएगा। इससे उपयोगकर्ता एनओएस, वेब सर्वर, मैसेजिंग सर्वर, प्रॉक्सी सर्वर आदि को इंस्टाल, कंफीगर और ऑपरेट करना सीख सकेंगे।
आउटलाइन:
- कंप्यूटर हार्डवेयर का परिचय
हार्डवेयर कांपोनेंट, हार्डवेयर कांपोनेंट की इंटीग्रेशन की पहचान करने वाली कुंजियां - विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम
विंडोज 2000 प्रोफेशनल का ओवरव्यू, फाइल मेनेजमेंट, कमांड, नेटवर्क प्रापर्टीज को कंफीगर करना, विंडोज क्लाइंट को कंफीगर करना, आई.पी.एड्रेस और संबंधित पैरामीटरों को कंफीगर करना, फाइल शेयरिंग और परमिशन, एमएस-ऑफिस - इंटरनेट को समझना
इंटरनेट क्या है, इंटरनेट, वेब ब्राउजर से जुड़ना और जेनेरिक कंफीग्रेशन को फरफार्म करना, एफटीपी को फरफार्म करना, ई-मेल –एमएस-आउटलुक पर कार्य करना - ओवरव्यू, इंस्टालेशन, कंफीग्रेशन एवं एनओएस (लीनक्स/विंडोज) के संचलन की शुरुआत, डायरेक्टरी स्ट्रक्चर, फाइल सिस्टम, इंस्टालेशन के लिए हार्डवेयर की आवश्यकता, इंस्टालेशन, लीनक्स कमांड एवं शैल स्क्रिप्टिंग, फाइस शेयरिंग के लिए एनएफएस सर्वर की कंफीगरिंग, विंडोज और अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स के साथ कनेक्टिविटी के लिए सांबा सर्वर की कंफीगरिंग, इंस्टालेशन के बाद पैकेजों को एड एवं रिमूव करना, मॉडम का इंस्टालेशन
एवं डायल-अप कंफीग्रेशन, डीएनएस कंफीग्रेशन, कंफीग्रेशन के लिए डीएनएस स्ट्रक्चर एवं विभिन्न फाइलों को समझना। - वेब सर्वर कंफीगर करना
कंफीग्रेशन के लिए आवश्यक वेब सर्वर एवं विभिन्न फाइलों को समझना, डिफॉल्ट लोकेशन में वेब साइट को हॉस्ट करना, वर्चुअल हॉस्टिंग, हॉस्टिंग के बारे में डीएनएस में सूचना एड करना, वेब सर्वर के लिए ट्यूनिंग एवं सिक्योरिटी का कार्य करना। - ई-मेल सर्विसेज कंफीगर करना
मेल सर्वर कंफीगर करना, एसएमटीपी एवं आईएमएपी के लिए सेंडमेल को कंफीगर करना, मेल सर्वर की मेल यूजर एजेंट (MUA) जैसे मॉजिला मेल, के-मेल, इवोल्यूशन मेल, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक आदि के साथ जांच करना। - प्रॉक्सी सर्विसेज कंफीगर करना
प्रॉक्सी सर्वर कंफीगर करना, एचटीटीपी पोर्ट स्थापित करना, यूजर्स की सेटिंग करना, एक्सेस क्रिएट करना।
मॉड्यूल 2
- यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को नेटवर्क डिजाइनिंग और सुपरविजन पर व्यापक जानकारी देगा, ताकि वे लोकल के साथ-साथ एरिया के डेटा नेटवर्क और इन पर आधारित परियोजनाओं को देख सकें, उन पर काम कर सकें, इंस्टाल कर सकें, कंफीगर और मेनेज कर सकें।
- यह प्रोग्राम उन्हें नेटवर्किंग के मूलभूत सिद्धांतों का जानकारी देने में मदद करेगा साथ ही ओएसआई लेयर्ड मॉडल, आईपी/आईपीएसकेडीएमप्रोटोकॉल, नेटवर्क एड्रेसिंग, नेटवर्क मेनेजमेंट, लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी, प्रोटोकॉल और बेसिक ऑपरेशन की राउटिंग और वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज जैसे प्वाइंट टू प्वाइंट, आईएसडीएन एवं फ्रेम रिले कनेक्शन के बारे में भी जानकारी देगा।
आउटलाइन:
- नेटवर्किंग ओवरव्यू
कंप्यूटर नेटवर्किंग क्या है, नेटवर्क कांपोनेंट, नेटवर्क टाइप्स, एप्लीकेशंस, प्रोटोकॉल, ओएसआई मॉडल रिव्यू, सेवन लेयर्स पर सभी के फंक्शनंस। - लोकल एरिया नेटवर्क कांपोनेंट
ओवरव्यू, लोकल ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्क एप्लीकेशंस, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड्स, एनआईसी ड्राइवर्स, नेटवर्क केबलिंग सिस्टम, केटेगरी5/6 यूटीपी हॉरिजोंटल केबलिंग ओवरव्यू, केटेगरी 5/6 यूटीपी केबलिंग इंस्टालेशन, फाइबर ऑप्टिक ओवरव्यू, कनेक्टिविटी डिवाइस,इथरनेट, गिगाबाइट इथरनेट। - लोकल एरिया नेटवर्क/ वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी से परिचय।
नेटवर्क प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) से परिचय। - ट्रांसपोर्ट लेयर प्रोटोकॉल, टीसीपी, UDP, आईपी, ICMP, ARP, RARP, आईपी एड्रेसिंग, आईपी एड्रेस क्लासिस, सबनेटिंग प्रिंसिपल, डिफॉल्ट और सबनेटिंग मास्किंग।
- नेटवर्किंग डिवाइस को ऑपरेट और कंफीगर करना
सिसको आईओएस सॉफ्टवेयर, कमांड लाइन इंटरफेस, राउटर और स्विचों की कमांड, सीएलआई से सिसको डिवाइस कंफीगर करना। - लोकल एरिया नेटवर्क स्विचिंग प्रौद्योगिकी
स्विचिंग टेक्नोलॉजी, ट्रांसपेरेंट ब्रिज लूप, IEEE स्पैनिंग-ट्री एलॉगरिद्म (STP) - वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क (VLAN)
ब्रॉडबैंड डोमेन, नेकवर्कों का विभागीयकरण, पोर्ट-आधारित बनाम मैक-आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, प्रोटोकॉल आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, 802.1Q ट्रांकिंग, सिसको आईएसएल ट्रंकिंग, इंटर-वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क कम्यूनिकंशंस - वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज
वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी का ओवरव्यू और मीडिया के विकल्प, कंफीगरिंग HDLC, PAP और CHAP प्रमाणिकरण के साथ कंफीगरिंगPPP, HDLC और PPP, आईएसडीएन, फ्रेम रिले की मॉनिटरिंग। - नेटवर्क लेयर राउटिंग
राउटिंग के सिद्धांत, डायनेमिक बनाम स्टेटिक राउटिंग, राउटेबल बनाम नॉन-राउटेबल प्रोटोकॉल, राउटिंग प्रोटोकॉल में अंतर स्पष्ट करना, आरआईपी , कन्वर्जेंस का परिचय, राउटिंग को ऑप्टिमाइज करना। - विभिन्न लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क कम्यूनिकेशंस मीडिया जैसे लीज लाइन, वीसेट, रेडियो, वाई-फाई, वाई-मैक्स आदि का परिचय।
मॉड्यूल 3 - एडवांस्ड नेटवर्किंग प्रौद्योगिकी
यह मॉड्यूल एडवांस्ड राउटिंग प्रोटोकॉल जैसे ओएसपीएफ, ईआईजीआरपी और बीजीपी की कंफीग्रेशन और मॉनिटरिंग को समझने, मल्टीपल प्रोटोकॉल पर आधारित नीति आधारित राउटिंग और बड़े इंटरनेट कार्यों की हेंडलिंग में प्रतिभागियों की मदद करेंगे। यह नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्कालेबिलिटी की योजन बनाने में भी उनकी मदद करेगा। इसका उद्देश्य एडवांस्ड प्रौद्योगिकी जैसे फायरवाल, आईएसपी/आईएसडी, वीओआईपी, वाई-फाई, वाई-मैक्स, वीपीएन, लेयर3 की गहन जानकारी उपलब्ध कराना भी है।
डेटा नेटवर्कों में स्विचिंग और सेवा की गुणवत्ता
- एडवांस्ड नेटवर्किंग कंसेप्ट
आईपीवी6, टीसीपी/आईपी इन डेप्थ, मल्टीकास्ट एफटीपी / टेलनेट, वीएलएसएम - एडवांस राउटिंग प्रोटोकॉल, क्वालिटी ऑफ सर्विस, और कंफीग्रेशन
आरआईपी2, ओएसपीएफ, ईआआजीआरपी, बीजीपी, नीति आधारित राउटिंग, क्वालिटी ऑफ सर्विस डिप्लॉय करना, एमपीएलएस, आरएएस - वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क-वीपीएन
वीपीएन का परिचय, वीपीएन के कार्य, वीपीएन टेक्नोलॉजी बिल्डिंग ब्लॉक्स, वीपीएन आर्किटेक्चर, टनलिंग प्रोटोकॉल – पीपीटीपी,एल2टीपी, आईपीसेक और एसएसएल वीपीएन इंट्रूजन प्रीवेंशन / डिटेक्शन सिस्टम - आईपीएस/आईडीएस का ओवरव्यू, हमें आईपीएस/आईडीएस की आवश्यकता क्यों है, आईपीएस/आईडीएस सोल्यूशंस, आईपीएस/आईडीएस की केस स्टडी।
- फायरवॉल्स
पेरिमीटर सिक्योरिटी, फायरवॉल्स का परिचय, विभिन्न प्रकार के फायरवॉल्स, फायरवॉल्स का आर्किटेक्चर, फायरवॉल्स की केस स्टडी, चैकप्वाइंट / पीआईएक्स इंस्टालेशन और कंफीग्रेशन। - एनएमएस
एसएनएमपी, आरएमओएन, सिस्कोवर्क्स कंफीगर करना, ईएमएस का ओवरव्यू (एंटरप्राइज मेनेजमेंट सिस्टम)।
2. पाठ्यक्रम-II: सूचना और नेटवर्क सिक्योरिटी में डिप्लोमा
अवधि: 12 सप्ताह
मॉड्यूल 1: सूचना प्रौद्योगिकी और लोकल एरिया नेटवर्क/ वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी
- यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को कंप्यूटरों, ऑपरेटिंग सिस्टम्स और विभिन्न सर्वरों की अवधारणाओं के रिव्यू तथा नेटवर्क डिजाइनिंग और पर्यवेक्षण के कार्य में मदद करेगा ताकि वे स्थानीय के साथ-साथ वाइड एरिया डेटा नेटवर्कों और उन पर आधारित परियोजनाओं को विजुएलाइज करने, एडमिनिस्टर, इंस्टाल, कंफीगर और मेनेज एवं प्रयवेक्षण में भी मदद करेगा।
- यह कार्यक्रम उन्हें नेटवर्किंग के मूलभूत सिद्धांतों को समझने के साथ-साथ ओएसआई लेयर्ड मॉडल, आईपी/आईपीएक्स प्रोटोकॉल, नेटवर्क एट्रेसिंग, नेटवर्क मेनेजमेंट, लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी, राउटिंग प्रोटोकॉल और राउटरों तथा स्विचों के बेसिक ऑपरेशन सहित वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज जैसे प्वाइंट-टू-प्वाइंट, आईएसडीएन एवं फ्रेम रिले कनेक्शन को समझने में भी मदद करेगा।
आउटलाइन:
- ओवरव्यू, इंस्टालेशन, कंफीग्रेशन एवं एनओएस (लीनक्स/विंडोज) के ऑपरेशन का परिचय, डायरेक्टरी स्ट्रक्चर, फाइल सिस्टम, इंस्टालेशन के लिए अपेक्षित हार्डवेयर, इंस्टालेशन, लीनक्स कमांड एवं शेल स्क्रिप्टिंग, फाइल शेयरिंग के लिए एनएफएस सर्वर को कंफीगर करना,विंडोज एवं अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स के साथ कनेक्टिविटी के लिए सांबा सर्वर को कंफीगर करना, इंस्टालेशन के बाद पैकेजों को एड एवं रिमूव करना, मॉडम का इंस्टालेशन
एवं डायल-अप कंफीग्रेशन, डीएनएस कंफीग्रेशन, डीएनएस स्ट्रक्चर एवं विभिन्न फाइलों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी और लोकल एरिया नेटवर्क/ वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी को समझना। - वेब सर्वर का ओवरव्यू
कंफीग्रेशन के लिए आवश्यक वेब सर्वर एवं विभिन्न फाइलों को समझना, डिफॉल्ट लोकेशन में वेब साइट को हॉस्ट करना, वर्चुअल हॉस्टिंग, हॉस्टिंग के बारे में डीएनएस में सूचना को एड करना, वेब सर्वर के लिए ट्यूनिंग एवं सिक्योरिटी का कार्य करना। - ई-मेल सर्विसेज का ओवरव्यू
कंफीगरिंग मेल सर्वर, एसएमटीपी एवं आईएमएपी के लिए सैंडमेल को कंफीगर करना, मेल यूजर एजेंट (MUA) जैसे मॉजिला मेल, के मेल, इवोल्यूशन मेल, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक आदि के साथ मेल सर्वर की जांच करना। - नेटवर्किंग ओवरव्यू
कंप्यूटर नेटवर्किंग क्या है, नेटवर्क कांपोनेंट, नेटवर्क टाइप, एप्लीकेशंस, प्रोटोकॉल, ओएसआई मॉडल रिव्यू, समस्त सेवन लेयर्स के कार्य। - लोकल एरिया नेटवर्क कांपोनेंट
ओवरव्यू, लोकल ऑपरेटिंग सिस्टम्स, नेटवर्क एप्लीकेशंस, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड्स, एनआईसी ड्राइवर्स, नेटवर्क केबलिंग सिस्टम, केटेगरी5/6 यूटीपी हॉरिजेंटल केबलिंग ओवरव्यू, केटेगरी 5/6 यूटीपी केबलिंग इंस्टालेशन, फाइबर ऑप्टिक्स ओवरव्यू, कनेक्टिविटी डिवाइस,इथरनेट, गिगाबिट इथरनेट। - नेटवर्क प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) का परिचय
ट्रांसपोर्ट लेयर प्रोटोकॉल, टीसीपी, यूडीपी, आईपी, आईसीएमपी, एआरपी, आरएआरपी, आईपी एड्रेसिंग, आईपी एड्रेस क्लासिस, सबनेटिंग सिद्धांत, डिफॉल्ट और सबनेट मास्किंग। - नेटवर्किंग डिवाइसों की ऑपरेटिंग और कंफीगरिंग
सिस्को आईएसओ सॉफ्टवेयर का ऑपरेशन, कमांड लाइन इंटरफेस, राउटर्स और स्विचों की कमांड, सीएलआई से सिस्को डिवाइस की कंफीगरिंग। - लोकल एरिया नेटवर्क स्विचिंग प्रौद्योगिकी
स्विचिंग टेक्नोलॉजी, ट्रांसपेरेंट ब्रिज लूप, आईईईई स्पेनिंग-ट्री एलॉगरिद्म (STP)। - वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क (VLANs)
डोमेन का ब्रॉडकास्ट, नेटवर्कों का विभागीयकरण, पोर्ट-आधारित बनाम मैक-आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, प्रोटोकॉल-आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, 802.1Q ट्रंकिंग, सिस्को आईएसएल ट्रंकिंग, इंटर-वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क कम्यूनिकेशन। - वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज
वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी और मीडिया ऑप्शंस का ओवरव्यू, एचडीएलसी की कंफीगरिंग, पीपीपी की पीएपी के साथ कंफीगरिंगऔर सीएचएपी ऑथेन्टिकेशन, एचडीएलसी और पीपीपी की मॉनिटरिंग, आईएसडीएन, फ्रेम रिले। - नेटवर्क लेयर राउटिंग
राउटिंग के सिद्धांत, डायनेमिक बनाम स्टेटिक राउटिंग, राउटेबल बनाम नॉन-राउटेबल प्रोटोकॉल, राउटिंग प्रोटोकॉल में भिन्नता, आरआईपी का परिचय, कन्वर्जेंस, राउटिंग को ऑप्टिमाइज करना। - विभिन्न लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क कम्यूनिकेशन मीडिया का as लीज लाइन, वीसेट, रेडियो, वाई-फाई, वाई-मैक्स आदि के रूप में परिचय।
मॉड्यूल 2 - कंप्यूटर सुरक्षा के मूलभूत सिद्धांत
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को कंप्यूटर सिक्योरिटी और जोखिमों के बेसिक कंसेप्ट को समझा सकेगा। यह प्रतिभागियों को सामान्य नेटवर्किंग औरसिक्योरिटी कंसेप्ट, खतरों इंट्रूजन प्वाइंट को भांपने, सुरक्षा, टीसीपी/आईपी बेसिक्स एवं वर्नेबिलिटीज, सर्टिफिकेट बेसिक्स, क्रिप्टोग्राफी, पब्लिक-की इन्फ्रास्ट्रक्चर से अवगत कराएगा, सीए ट्रस्ट मॉडल, नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी, कम्यूनिकेशंस सिक्योरिटी के बारे में समझाएगा। यह एप्लीकेशन सिक्योरिटी (मेल, वेब, फाइल ट्रांसफर), यूजर सिक्योरिटी, नेटवर्क डिवाइसों की हार्डनिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम्स, सर्वर एप्लीकेशन को भी कवर करेगा। यह ऑपरेशनल एवं आर्गेनाइजेशनल सिक्योरिटी और इंसिडेंट डिटेक्शन तथा रेस्पांस के बारे में जागरुक भी बनाएगा।
आउटलाइन:
- सामान्य नेटवर्किंग और सुरक्षा की अवधारणाएं
खतरों को भांपने वाले इंट्रूजन, सिक्योरिटी के उद्देश्य को समझना, प्वाइंट्स, खतरों से सुरक्षा, संगठनात्मक और ऑपरेशनल सिक्योरिटी,टीसीपी/आईपी बेसिक्स, बेसिक टीसीपी/आईपी सिद्धांत, टीसीपी/आईपी लेयर्स और वर्नेबिलिटीज। - सर्टिफिकेट बेसिक्स
क्रिप्टोग्राफी को समझना, क्रिप्टोग्राफी का उपयोग, एक पब्लिक-की इन्फ्रास्ट्रक्चर के कांपोनेंट की पहचान करना, सीए ट्रस्ट मॉडल को समझना, सर्टिफिकेट लाइफ सायकल और की- मेनेजमेंट को समझना। - नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी
नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी को समझना, नेटवर्क केबलिंग को सुरक्षित करना, कनेक्टिविटी डिवाइसों को सुरक्षित करना, सेक्योर टोपोलॉजी का अन्वेषण करना, नेटवर्क रिसोर्सेज कम्यूनिकेशंस को सुरक्षित करना और उनकी मॉनिटरिंग करना, एप्लीकेशन, यूजरसिक्योरिटी रिमोट एक्सेस कनेक्टिविटी को समझना, सेक्योर रिमोट एक्सेस उपलब्ध कराना, वायरलैस मानक और प्रोटोकॉल को समझना,ई-मेल सिक्योरिटी, वेब सिक्योरिटी, फाइल ट्रांसफर, को समझना ऑथेंटिकेशन, एक्सेस कंट्रोल मॉडल्स को समझना।
- सिक्योरिटी बेसलाइंस
नेटवर्क डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम हार्डनिंग, सर्वर एप्लीकेशन हार्डनिंग। - ऑपरेशनल और आर्गेनाइजेशनल सिक्योरिटी
फिजिकल सिक्योरिटी, प्रीविलेज मेनेजमेंट, रिमूवेबल मीडिया, बिजनेस कंटीन्यूटी को प्रोटेक्ट करना, डॉक्यूमेंटेशन, जोखिम का आकलन,सुरक्षा संबंधी शिक्षा। - इंसीडेंट डिटेक्शन और रेस्पांस
अटैक और मेलेशियस कोड, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम्स, इंसीडेंट रेस्पांस।
मॉड्यूल 3 – सूचना और नेटवर्क सिक्योरिटी
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को डिजाइनिंग और एन्फोर्सिंग नेटवर्क सिक्योरिटी सिस्टम को समझाने में सहायक होगा ताकि वे ऐसे डेटा नेटवर्कों और उन पर आधारित परियोजनाओं को देखने, एडमिनिस्टर करने, इंस्टाल करने, कंफीगर करने तथा उनका प्रबंधन एवं पर्यवेक्षण करने में सक्षम हो सकें।
पाठ्यक्रम आउटलाइन:
- बेसिक नेटवर्किंग और टीसीपी/आईपी रिफ्रेशर
नेटवर्क आईओएस और राउटर फिल्टर्स नेटवर्क फंडामेंटल्स, आईपी कंसेप्ट। - सूचना सिक्योरिटी मेनेजमेंट सिस्टम
रिस्क सिक्योरिटी के आवश्यक तत्व, इंटरनेशनल सिक्योरिटी मानक, सिक्योरिटी एनालेसिस, आर्गेनाइजेशन, सूचना और सिस्टमसिक्योरिटी का वर्गीकरण, सिक्योरिटी पॉलिसी, डिजास्टर रिकवरी प्लानिंग, आईएस संबंधित मामलों की फिजिकल सिक्योरिटी, मेकेनिज्म। - इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और हैकर एक्सप्लॉइट
इंटरनेट लक्ष्य की पहचान, अटैक के प्रकार, इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और जोखिम के आकलन की तकनीकों पर नियंत्रण पाना, टोह लेना, कीस्ट्रोक रिकार्डिंग को हाइड करना, पासवर्ड तोड़ना, सिस्टम, अटैक के साक्ष्य, एसएएनएस टॉप 20 वर्नेबिलिटीज। - फायरवॉल्स की डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
फायरवॉल पॉलिसी का चयन, फायरवॉल कांपोनेंट, परिचय, इंस्टालिंग मापदण्ड, मॉनिटरिंग फायरवॉल, और कंफीगरिंग फायरवॉल्स,आईएसए आईपी की इंस्टालिंग और कंफीगरिंग, आईएसए सर्वर की मॉनिटरिंग, तालिका की अवधारणा और क्रियान्वयन। - आईपीएस की डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
आईडीएस डिजाइन, आईडीएस प्रौद्योगिकी और तकनीक, आईडीएस लक्ष्य और भूमिकाएं, आईडीएस की सीमाएं, आईडीएस डिप्लॉयमेंट,आईडीएस सिगनेचर की पहचान करना, कंफीगरिंग आईडीएस। - सेक्योर वीपीएन कंफीगर करना
सिक्योरिटी आवश्यकताएं, वीपीएन प्रौद्योगिकी को कंपेयर करना, वीपीएन परिदृश्य, साइट-टू-साइट टनल्स के क्रियान्वयन के लिए टनल्स क्रिएट करना, टनलिंग टाइप, वीपीएन सिक्योरिटी का क्रियान्वयन, आईपी सिक्योरिटी, वीपीएन एक्सेस करना। - विंडोज को सुरक्षित करना
नवीनतम प्रौद्योगिकी का क्रियान्वयन, विंडोज सिक्योरिटी का लक्ष्य, रिसोर्सेज को एनटीएफएस ऑथेंटिकेशन सिक्योरिटी के साथ सुरक्षित करना, परमिशंस को डिप्लॉय करना, एन्क्रिप्टिंग फाइल सिस्टम (EFS) को एक्सपोज करना, बिल्डिंग एवं नेटिव एनटीएफएसवर्नेबिलिटीजस, एक्टिव डायरेक्टरी ऑब्जेक्ट्स को प्रोटेक्ट करना, आपके एन्वायरमेंट को सेक्योर करने के लिए इंटेग्रिटी एवं डिप्लाइंग टेंपलेट्स को सुनिश्चित करना, एन्क्रिप्शन आर्किटेक्चर का प्रबंधन, डेटा ट्रांसमिशन की गोपनीयता, विंडोज के साथ डेटा और सिस्टम्स को प्रोटेक्ट करना, पीकेआई कांपोनेंट को सुरक्षित करना, लीनक्स सिक्योरिटी लेना, क्रिप्टोग्राफी, सेक्योर अकाउंट उपयोगिता की मॉनिटरिंग और उसकी स्थापना, डिसेबल अकाउंट्स की लॉगिंग, रूट एक्सेस की कंट्रोलिंग, इन एक्रास दि नेटवर्क, सुपर यूजर एक्टिविटी की ऑडिटिंग, भूमिका आधारित एक्सेस कंट्रोल (RBAC), डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर और बैकअप और सिक्योरिटी की पार्टिशनिंग, हार्डनिंग लीनक्स सिस्टम्स, नेटवर्क फाइल सिस्टम, इंटेग्रिटी टैस्टिंग, अवांछित प्रोग्राम एग्जीक्यूशन से स्क्रिप्ट जोखिम संबंधी मामले, टीसीपी/आईपी और इंटरनलनेटवर्क सर्विसेज, इसके सिक्योरिटी लूपहॉल्स को सुरक्षित करना, एफटीपी को सुरक्षित करना, एक्सटर्नल नेटवर्कों से कनेक्ट होने वाले ई-मेल और वेब एक्सेस को सुरक्षित करना। - कंटिन्जेंसी प्लानिंग
फंडामेंटल कंटिन्जेंसी प्लानिंग, कंटिन्जेंसी प्लान की क्रिएशन, पावर की तकनीक, ऑपरेटिंग सिस्टम की बैकअप। - इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) पर सिक्योरिटी
वेब साइट इंटरनेट के स्ट्रक्चर में कमजोर प्वाइंटों, अटैक तकनीक, वेब उपयोगकर्ताओं की अटैक तकनीक, हार्डनिंग इंटरनेट एक्सेस प्वाइंट्स को परिभाषित करती है। - टूल्स एवं टेक्नीक्स
नेटवर्क स्केनिंग और डिस्कवरी के तरीके, वायरस, ट्रोजंस, और वर्म्स, सोशल इंजीनियरिंग तकनीक, प्रीविलेज एस्कालेशन, कीस्ट्रोक लॉगिंग, डॉस की अवधारणा, पासवर्ड की कमजोरी, रिस्क एनालेसिस के रिस्क एनालेसिस कंसेप्ट का कार्यनिष्पादन, रिस्क एनालेसिस का तरीका/प्रक्रिया, रिस्क को न्यूनतम करने की तकनीक, रिस्क एनालेसिस जारी रखना। - सिक्योरिटी ऑडिटिंग, अटैक और थ्रैट एनालेसिस
सिक्योरिटी ऑडिटिंग, डिस्कवरी के तरीके, सर्वर पेनिट्रेशन और अटैक तकनीक की ऑडिटिंग, सिक्योरिटी ऑडिटिंग और कंट्रोल फेज़, इंट्रूजनडिटेक्शन, ऑडिटिंग और लॉग एनालेसिस, ऑडिट परिणाम।
साइबर क्राइम और आई.टी. कानून का ओवरव्यू
- साइबर क्राइम के प्रकार, इंटरनेशनल केस स्टडीज, साइबरकानून के सिद्धांत, साइबर कानून का ज्यूरीस्प्रूडेंस, ई-कॉमर्स-कानूनी मामले।
- साइबर क्राइम और डिजिटल साक्ष्य, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत दण्ड एवं अपराध, भारतीय दण्ड संहिता के अंतर्गत अपराध, जांच एवं एडजूडिकेशन से संबंधित मामले, डिजिटल साक्ष्य।
3. पाठ्यक्रम-III: सूचना संचार प्रौद्योगिकी और इसकी सुरक्षा में एडवांस डिप्लोमा सिक्योरिटी
अवधि: 24 सप्ताह
मॉड्यूल 1: सूचना प्रौद्योगिक का परिचय, ऑपरेटिंग सिस्टम, इंटरनेट एवं मैसेजिंग
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को बेसिक कंप्यूटर हार्डवेयर और उसके कलपुर्जों को समझने में मदद करेग, जिनका संचालन के लिए दैनिक तौर पर उपयोग किया जाता है और उन्हें लोकल एरिया नेटवर्क कंसेप्ट एवं विंडोज/लीनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम से अवगत कराएगा। यह इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज की जानकारी भी देगा - जिससे वे इंटरनेट एक्सप्लोरर और एमएस-आउटलुक एप्लीकेशंस की जानकारी ले सकेंगे और इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज को समझ सकेंगे। इससे आमतौर पर उपयोग होने वाले ऑफिस आटोमेशन टूल, एमएस-ऑफिस की जटिलताओं को समढने में उन्हें मदद मिलेगी और वे इनकी गहन जानकारी ले सकेंगे। उपयोगकर्ताओं को एमएस-वर्ड, एमएस-एक्सल और एमएस-पावरप्वाइंट का उपयोग करना सिखाया जाएगा। इससे उपयोगकर्ता एनओएस, वेब सर्वर, मैसेजिंग सर्वर, प्रॉक्सी सर्वर आदि को इंस्टाल, कंफीगर और ऑपरेट करना सीख सकेंगे।
आउटलाइन:
कंप्यूटर हार्डवेयर का परिचय
- प्रमुख हार्डवेयर कांपोनेंट की पहचान करना, हार्डवेयर कांपोनेंट का इंटीग्रेशन।
विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम
- विंडोज 2000 प्रोफेशनल का ओवरव्यू, फाइल मेनेजमेंट, कमांड, नेटवर्क प्रापर्टीज को कंफीगर करना, विंडोज क्लाइंट को कंफीगर करना, आई.पी.एड्रेस और संबंधित पैरामीटरों को कंफीगर करना, फाइल शेयरिंग और परमिशन, एमएस-ऑफिस।
strong>इंटरनेट को समझना
- इंटरनेट क्या है, इंटरनेट, वेब ब्राउजर से जुड़ना और जेनेरिक कंफीग्रेशन को फरफार्म करना, एफटीपी को फरफार्म करना, ई-मेल –एमएस-आउटलुक पर कार्य करना ओवरव्यू, इंस्टालेशन, कंफीग्रेशन एवं एनओएस (लीनक्स/विंडोज) के संचलन की शुरुआत, डायरेक्टरी स्ट्रक्चर, फाइल सिस्टम,इंस्टालेशन के लिए हार्डवेयर की आवश्यकता, इंस्टालेशन, लीनक्स कमांड एवं शैल स्क्रिप्टिंग, फाइस शेयरिंग के लिए एनएफएस सर्वर की कंफीगरिंग, विंडोज और अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स के साथ कनेक्टिविटी के लिए सांबा सर्वर की कंफीगरिंग, इंस्टालेशन के बाद पैकेजों को एड एवं रिमूव करना, मॉडम का इंस्टालेशन एवं डायल-अप कंफीग्रेशन, डीएनएस कंफीग्रेशन, कंफीग्रेशन के लिए डीएनएस स्ट्रक्चर एवं विभिन्न फाइलों को समझना।
वेब सर्वर कंफीगर करना
- कंफीग्रेशन के लिए आवश्यक वेब सर्वर एवं विभिन्न फाइलों को समझना, डिफॉल्ट लोकेशन में वेब साइट को हॉस्ट करना, वर्चुअल हॉस्टिंग, हॉस्टिंग के बारे में डीएनएस में सूचना एड करना, वेब सर्वर के लिए ट्यूनिंग एवं सिक्योरिटी का कार्य करना।
ई-मेल सर्विसेज कंफीगर करना
- मेल सर्वर कंफीगर करना, एसएमटीपी एवं आईएमएपी के लिए सेंडमेल को कंफीगर करना, मेल सर्वर की मेल यूजर एजेंट (MUA)जैसे मॉजिला मेल, के-मेल, इवोल्यूशन मेल, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक आदि के साथ जांच करना।
प्रॉक्सी सर्विसेज कंफीगर करना
- प्रॉक्सी सर्वर कंफीगर करना, एचटीटीपी पोर्ट स्थापित करना, यूजर्स की सेटिंग करना, एक्सेस क्रिएट करना। नेटवर्किंग ओवरव्यूकंप्यूटर नेटवर्किंग क्या है, नेटवर्क कांपोनेंट, नेटवर्क टाइप्स, एप्लीकेशंस, प्रोटोकॉल, ओएसआई मॉडल रिव्यू, सेवन लेयर्स पर सभी के फंक्शनंस। लोकल एरिया नेटवर्क कांपोनेंटओवरव्यू, लोकल ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्क एप्लीकेशंस, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड्स, एनआईसी ड्राइवर्स, नेटवर्क केबलिंग सिस्टम,केटेगरी 5/6 यूटीपी हॉरिजोंटल केबलिंग ओवरव्यू, केटेगरी 5/6 यूटीपी केबलिंग इंस्टालेशन, फाइबर ऑप्टिक ओवरव्यू, कनेक्टिविटीडिवाइस, इथरनेट, गिगाबाइट इथरनेट। लोकल एरिया नेटवर्क/ वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी से परिचय।
- नेटवर्क प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) से परिचय। ट्रांसपोर्ट लेयर प्रोटोकॉल, टीसीपी, UDP, आईपी, ICMP, ARP, RARP, आईपी एड्रेसिंग, आईपी एड्रेस क्लासिस, सबनेटिंग प्रिंसिपल,डिफॉल्ट और सबनेटिंग मास्किंग। नेटवर्किंग डिवाइस को ऑपरेट और कंफीगर करना सिसको आईओएस सॉफ्टवेयर, कमांड लाइन इंटरफेस, राउटर और स्विचों की कमांड, सीएलआई से सिसको डिवाइस कंफीगर करना। लोकल एरिया नेटवर्क स्विचिंग प्रौद्योगिकी स्विचिंग टेक्नोलॉजी, ट्रांसपेरेंट ब्रिज लूप, IEEE स्पैनिंग-ट्री एलॉगरिद्म (STP) वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क (VLAN)
- ब्रॉडबैंड डोमेन, नेकवर्कों का विभागीयकरण, पोर्ट-आधारित बनाम मैक-आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, प्रोटोकॉल आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, 802.1Q ट्रांकिंग, सिसको आईएसएल ट्रंकिंग, इंटर-वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क कम्यूनिकंशंस वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी का ओवरव्यू और मीडिया के विकल्प, कंफीगरिंग HDLC, PAP और CHAP प्रमाणिकरण के साथकंफीगरिंग PPP, HDLC और PPP, आईएसडीएन, फ्रेम रिले की मॉनिटरिंग।
- नेटवर्क लेयर राउटिंग राउटिंग के सिद्धांत, डायनेमिक बनाम स्टेटिक राउटिंग, राउटेबल बनाम नॉन-राउटेबल प्रोटोकॉल, राउटिंग प्रोटोकॉल में अंतर स्पष्ट करना, आरआईपी , कन्वर्जेंस का परिचय, राउटिंग को ऑप्टिमाइज करना। विभिन्न लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क कम्यूनिकेशंस मीडिया जैसे लीज लाइन, वीसेट, रेडियो, वाई-फाई, वाई-मैक्स आदि का परिचय। एडवांस्ड नेटवर्किंग कंसेप्ट
- आईपीv6, टीसीपी/आईपी इन डेप्थ, मल्टीकास्ट एफटीपी / टेलनेट, वीएलएसएम। एडवांस राउटिंग प्रोटोकॉल, क्वालिटी ऑफ सर्विस, और कंफीग्रेशन आरआईपी2, ओएसपीएफ, ईआआजीआरपी, बीजीपी, नीति आधारित राउटिंग, क्वालिटी ऑफ सर्विस डिप्लॉय करना, एमपीएलएस, आरएएस।
- एनएमएसएसएनएमपी, आरएमओएन, सिस्कोवर्क्स कंफीगर करना, ईएमएस का ओवरव्यू (एंटरप्राइज मेनेजमेंट सिस्टम)
सामान्य नेटवर्किंग और सुरक्षा की अवधारणाएं
- खतरों को भांपने वाले इंट्रूजन, सिक्योरिटी के उद्देश्य को समझना, प्वाइंट्स, खतरों से सुरक्षा, संगठनात्मक और ऑपरेशनलसिक्योरिटी, टीसीपी/आईपी बेसिक्स, बेसिक टीसीपी/आईपी सिद्धांत, टीसीपी/आईपी लेयर्स और वर्नेबिलिटीज।
सर्टिफिकेट बेसिक्स
- क्रिप्टोग्राफी को समझना, क्रिप्टोग्राफी का उपयोग, एक पब्लिक-की इन्फ्रास्ट्रक्चर के कांपोनेंट की पहचान करना, सीए ट्रस्ट मॉडल को समझना, सर्टिफिकेट लाइफ सायकल और की- मेनेजमेंट को समझना।
नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी
- नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी को समझना, नेटवर्क केबलिंग को सुरक्षित करना, कनेक्टिविटी डिवाइसों को सुरक्षित करना, सेक्योर टोपोलॉजी का अन्वेषण करना, नेटवर्क रिसोर्सेज कम्यूनिकेशंस को सुरक्षित करना और उनकी मॉनिटरिंग करना, एप्लीकेशन, यूजर सिक्योरिटी। कम्यूनिकेशंस, एप्लीकेशंस, यूजर
सिक्योरिटी
- रिमोट एक्सेस कनेक्टिविटी को समझना, सेक्योर रिमोट एक्सेस उपलब्ध कराना, वायरलैस मानक और प्रोटोकॉल को समझना, ई-मेलसिक्योरिटी, वेब सिक्योरिटी, फाइल ट्रांसफर, को समझना ऑथेंटिकेशन, एक्सेस कंट्रोल मॉडल्स को समझना।
सिक्योरिटी बेसलाइन्स
- नेटवर्क डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम हार्डनिंग, सर्वर एप्लीकेशन हार्डनिंग।
ऑपरेशनल और आर्गेनाइजेशनल सिक्योरिटी
- फिजिकल सिक्योरिटी, प्रीविलेज मेनेजमेंट, रिमूवेबल मीडिया, बिजनेस कंटीन्यूटी को प्रोटेक्ट करना, डॉक्यूमेंटेशन, जोखिम का आकलन, सुरक्षा संबंधी शिक्षा।
इंसीडेंट डिटेक्शन और रेस्पांस
- अटैक और मेलेशियस कोड, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम्स, इंसीडेंट रेस्पांस।
बेसिक नेटवर्किंग और टीसीपी/आईपी रिफ्रेशर
- नेटवर्क आईओएस और राउटर फिल्टर्स नेटवर्क फंडामेंटल्स, आईपी कंसेप्ट।
सूचना सिक्योरिटी मेनेजमेंट सिस्टम
- रिस्क सिक्योरिटी के आवश्यक तत्व, इंटरनेशनल सिक्योरिटी मानक, सिक्योरिटी एनालेसिस, आर्गेनाइजेशन, सूचना और सिस्टमसिक्योरिटी का वर्गीकरण, सिक्योरिटी पॉलिसी, डिजास्टर रिकवरी प्लानिंग, आईएस संबंधित मामलों की फिजिकल सिक्योरिटी, मेकेनिज्म।
इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और हैकर एक्सप्लॉइट
- इंटरनेट लक्ष्य की पहचान, अटैक के प्रकार, इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और जोखिम के आकलन की तकनीकों पर नियंत्रण पाना, टोह लेना, कीस्ट्रोक रिकार्डिंग को हाइड करना, पासवर्ड तोड़ना, सिस्टम, अटैक के साक्ष्य, एसएएनएस टॉप 20 वर्नेबिलिटीज। फायरवॉल्स की
डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
- फायरवॉल पॉलिसी का चयन, फायरवॉल कांपोनेंट, परिचय, इंस्टालिंग मापदण्ड, मॉनिटरिंग फायरवॉल, और कंफीगरिंग फायरवॉल्स,आईएसए आईपी की इंस्टालिंग और कंफीगरिंग, आईएसए सर्वर की मॉनिटरिंग, तालिका की अवधारणा और क्रियान्वयन।
आईपीएस की डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
- आईडीएस डिजाइन, आईडीएस प्रौद्योगिकी और तकनीक, आईडीएस लक्ष्य और भूमिकाएं, आईडीएस की सीमाएं, आईडीएसडिप्लॉयमेंट, आईडीएस सिगनेचर की पहचान करना, कंफीगरिंग आईडीएस।
सेक्योर वीपीएन कंफीगर करना
- सिक्योरिटी आवश्यकताएं, वीपीएन प्रौद्योगिकी को कंपेयर करना, वीपीएन परिदृश्य, साइट-टू-साइट टनल्स के क्रियान्वयन के लिए टनल्स क्रिएट करना, टनलिंग टाइप, वीपीएन सिक्योरिटी का क्रियान्वयन, आईपी सिक्योरिटी, वीपीएन एक्सेस करना।
विंडोज को सुरक्षित करना
- नवीनतम प्रौद्योगिकी का क्रियान्वयन, विंडोज सिक्योरिटी का लक्ष्य, रिसोर्सेज को एनटीएफएस ऑथेंटिकेशन सिक्योरिटी के साथ सुरक्षित करना, परमिशंस को डिप्लॉय करना, एन्क्रिप्टिंग फाइल सिस्टम (EFS) को एक्सपोज करना, बिल्डिंग एवं नेटिव एनटीएफएस वर्नेबिलिटीजस, एक्टिव डायरेक्टरी ऑब्जेक्ट्स को प्रोटेक्ट करना, आपके एन्वायरमेंट को सेक्योर करने के लिए इंटेग्रिटी एवं डिप्लाइंग टेंपलेट्स को सुनिश्चित करना, एन्क्रिप्शन आर्किटेक्चर का प्रबंधन, डेटा ट्रांसमिशन की गोपनीयता, विंडोज के साथ डेटा और सिस्टम्स को प्रोटेक्ट करना, पीकेआई कांपोनेंट को सुरक्षित करना, लीनक्स सिक्योरिटी लेना, क्रिप्टोग्राफी, सेक्योर अकाउंट उपयोगिता की मॉनिटरिंग और उसकी स्थापना, डिसेबल अकाउंट्स की लॉगिंग, रूट एक्सेस की कंट्रोलिंग, इन एक्रास दि नेटवर्क, सुपर यूजर एक्टिविटी की ऑडिटिंग, भूमिका आधारित एक्सेस कंट्रोल (RBAC), डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर और बैकअप औरसिक्योरिटी की पार्टिशनिंग, हार्डनिंग लीनक्स सिस्टम्स, नेटवर्क फाइल सिस्टम, इंटेग्रिटी टैस्टिंग, अवांछित प्रोग्राम एग्जीक्यूशन से स्क्रिप्ट जोखिम संबंधी मामले, टीसीपी/आईपी और इंटरनल नेटवर्क सर्विसेज, इसके सिक्योरिटी लूपहॉल्स को सुरक्षित करना, एफटीपी को सुरक्षित करना, एक्सटर्नल नेटवर्कों से कनेक्ट होने वाले ई-मेल और वेब एक्सेस को सुरक्षित करना।
कंटिन्जेंसी प्लानिंग
- फंडामेंटल कंटिन्जेंसी प्लानिंग, कंटिन्जेंसी प्लान की क्रिएशन, पावर की तकनीक, ऑपरेटिंग सिस्टम का बैकअप।
इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) पर सिक्योरिटी
- वेब साइट इंटरनेट के स्ट्रक्चर में कमजोर प्वाइंटों, अटैक तकनीक, वेब उपयोगकर्ताओं की अटैक तकनीक, हार्डनिंग इंटरनेट एक्सेस प्वाइंट्स को परिभाषित करती है।
टूल्स एवं टेक्नीक्स
- नेटवर्क स्केनिंग और डिस्कवरी के तरीके, वायरस, ट्रोजंस, और वर्म्स, सोशल इंजीनियरिंग तकनीक, प्रीविलेज एस्कालेशन, कीस्ट्रोक लॉगिंग, डॉस की अवधारणा, पासवर्ड की कमजोरी, रिस्क एनालेसिस के रिस्क एनालेसिस कंसेप्ट का कार्यनिष्पादन, रिस्कएनालेसिस का तरीका/प्रक्रिया, रिस्क को न्यूनतम करने की तकनीक, रिस्क एनालेसिस जारी रखना।
सिक्योरिटी ऑडिटिंग, अटैक और थ्रैट एनालेसिस
- सिक्योरिटी ऑडिटिंग, डिस्कवरी के तरीके, सर्वर पेनिट्रेशन और अटैक तकनीक की ऑडिटिंग, सिक्योरिटी ऑडिटिंग और कंट्रोल फेज़,इंट्रूजन डिटेक्शन, ऑडिटिंग और लॉग एनालेसिस, ऑडिट परिणाम।
साइबर क्राइम और आई.टी. कानून का ओवरव्यू
- साइबर क्राइम के प्रकार, इंटरनेशनल केस स्टडीज, साइबरकानून के सिद्धांत, साइबर कानून का ज्यूरीस्प्रूडेंस, ई-कॉमर्स-कानूनी मामले। साइबर क्राइम और डिजिटल साक्ष्य, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत दण्ड एवं अपराध, भारतीय दण्ड संहिता के अंतर्गत अपराध, जांच एवं एडजूडिकेशन से संबंधित मामले, डिजिटल साक्ष्य।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन
परिचय
- डेटा सेंटर का परिचय
- एक नेटवर्क में डेटा सेंटर की भूमिका
- डीसी मानक
- हाइरार्कियल मॉडल
सुविधाएं और स्थान
- लोकेशन, साइज, ऊंचाई, फ्लोर लोडिंग, लाइटिंग और ऊंचे फर्श की संस्तुतियां
- इमरजेंसी लाइटिंग और साइनेज
- सर्विसेज और सुविधाएं
- ऊंचे फर्श के डिजाइन की संस्तुतियां
रैक स्थान सिफारिशें
- हॉट ऐसल/कोल्ड ऐसल मॉडल
- एयर डिस्ट्रिब्यूशन
- एक रैक को क्या एक सर्वर रैक बनाता है?
- 4-पोस्ट और 2-पोस्ट सिस्टम्स
- विजडन जैसे टूल्स का उपयोग
पावर सप्लाइज
- विद्युत के सिद्धांत (वोल्ट्स, एंपीयर, वाट, किलोवाट)
- पावर फैक्टर और थ्री फेज़
- N, N+1 2(N+1) आदि का अर्थ पावर
- आवश्यकताओं का आकलन
- अबाधित पावर सप्लाई (UPS) के विकल्प
- एक रैक में और रैके के लिए पावर वितरण
- पावर वितरण यूनिट्स
कूलिंग
- एयर कंडीशनिंग सिद्धांतों के बेसिक्स
- कंफर्ट बनाम प्रीसिजन एयर कंडीशनिंग
- फ्रेश एयर और वेंटिलेशन की आवश्यकताएं
- एयर कंडीशनिंग के लिए पावर की खपत
- एयर कंडीशनिंग के विकल्प
अर्थिंग
- लागू मानक
- आवश्यकताएं
केबल कन्टेनमेंट
- लागू मानक
- पावर और डेटा केबल का सेपरेशन
- कंड्यूट, ट्रंकिंग, ट्रे के प्रकार
- एक रैक में और रैके के लिए केबल मेनेजमेंट
फायर डिज़ाइन
- फायर डिटेक्शन और टीआईए 942 की आवश्यकताएं
- प्री-एक्शन स्प्रिंकलर सिस्टम
- स्मोक डिटेक्टर
केबलिंग कंपोनेंट्स
- सलेक्शन कॉपर और फाइबर ऑप्टिक केबल
- मानक केबलिंग
- कांपोनेंट विभिन्न
- विचार प्रवृत्ति
सिक्योरिटी एंड एक्सेस कण्ट्रोल
- फायर डिटेक्शन और मॉनिटरिंग
- सिक्योरिटी और एक्सेस कंट्रोल
- क्लोज सर्किट
- टेलीविजन मेनेजमेंट सिस्टम तैयार करना
- सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग के लिए टीआईए 942 आवश्यकताएं
- आईपी नेटवर्क जो सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग को इंटीग्रेट करता है
- रैक लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम
नेटवर्क डिज़ाइन एंड रिक्वायरमेंट्स
- लोकल एरिया नेटवर्क
- एसएएन/एनएएस
- विशिष्ट आवश्यकताएं
- महत्वपूर्ण विचार
वर्चुअलाइजेशन
- सर्वर कंसोलिडेशन की आवश्यकता
- वर्चुअलाइजेशन क्या है
- टूल्स एवं टेक्नोलॉजी
- मुद्दे और चुनौतियां
- लाभ अपेक्षित
डीसी प्रबंधन
- टूल्स और उपलब्ध विकल्प
- विभिन्न टूल्स का इंटीग्रेशन
- आईटीआईएल – परिचय
- बीसीपी और डिजास्टर रिकवरी
डीसी संचालन
- 24x7 संचलन संबंधी आवश्यकताएं
- स्टाफ संबंधी व्यवस्थाएं
- कानूनी अनुपालन
- सपोर्ट फंक्शंस
- रिपोर्टिंग
ग्रीन आईटी
- ग्रीन आईटी क्या है?
- डीसी पर प्रभाव