अल्पावधि
अल्प अवधि वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम
पाठ्यक्रम I - लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकियों का परिचय
पाठ्यक्रम II - एडमिनिस्ट्रेटरों के लिए एडवांस नेटवर्किंग प्रौद्योगिकी
पाठ्यक्रम IV - आईटी यूजर्स के लिए कंप्यूटर की सुरक्षा के मूलभूत सिद्धांत
पाठ्यक्रम V - एडमिनिस्ट्रेटरों के लिए कंप्यूटर एवं नेटवर्क की सुरक्षा : एडवांस लेवल - I
पाठ्यक्रम VI- एडमिनिस्ट्रेटरों के लिए कंप्यूटर एवं नेटवर्क की सुरक्षा : एडवांस लेवल - II
पाठ्यक्रम VII - डेटा सेंटर का क्रियान्वयन और प्रबंधन
पाठ्यक्रम VIII - आई.टी. कानून और फॉरेंसिक्स
पाठ्यक्रम I - लोकल एरिया नेटवर्क / वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी का परिचय
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को कंप्यूटरों, ऑपरेटिंग सिस्टम्स और विभिन्न सर्वरों की अवधारणाओं के रिव्यू तथा नेटवर्क डिजाइनिंग और पर्यवेक्षण के कार्य में मदद करेगा ताकि वे स्थानीय के साथ-साथ वाइड एरिया डेटा नेटवर्कों और उन पर आधारित परियोजनाओं को विजुएलाइज करने, एडमिनिस्टर, इंस्टाल, कंफीगर और मेनेज एवं प्रयवेक्षण में भी मदद करेगा।
यह कार्यक्रम उन्हें नेटवर्किंग के मूलभूत सिद्धांतों को समझने के साथ-साथ ओएसआई लेयर्ड मॉडल, आईपी/आईपीएक्स प्रोटोकॉल, नेटवर्क एट्रेसिंग, नेटवर्क मेनेजमेंट, लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी, राउटिंग प्रोटोकॉल और राउटरों तथा स्विचों के बेसिक ऑपरेशन सहित वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज जैसे प्वाइंट-टू-प्वाइंट, आईएसडीएन एवं फ्रेम रिले कनेक्शन को समझने में भी मदद करेगा।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन :
- नेटवर्किंग ओवरव्यू
कंप्यूटर नेटवर्किंग क्या है, नेटवर्क कांपोनेंट, नेटवर्क टाइप्स, एप्लीकेशंस, प्रोटोकॉल, ओएसआई मॉडल रिव्यू, सेवन लेयर्स पर सभी के फंक्शनंस। - लोकल एरिया नेटवर्क कांपोनेंट
ओवरव्यू, लोकल ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्क एप्लीकेशंस, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड्स, एनआईसी ड्राइवर्स, नेटवर्क केबलिंग सिस्टम, केटेगरी 5/6 यूटीपी हॉरिजोंटल केबलिंग ओवरव्यू, केटेगरी 5/6 यूटीपी केबलिंग इंस्टालेशन, फाइबर ऑप्टिक ओवरव्यू, कनेक्टिविटी डिवाइस, इथरनेट, गिगाबाइट इथरनेट। - नेटवर्क प्रोटोकॉल (टीसीपी/आईपी) से परिचय। ट्रांसपोर्ट लेयर प्रोटोकॉल, टीसीपी, UDP, आईपी, ICMP, ARP, RARP, आईपी एड्रेसिंग, आईपी एड्रेस क्लासिस, सबनेटिंग प्रिंसिपल, डिफॉल्ट और सबनेटिंग मास्किंग।
- नेटवर्किंग डिवाइस को ऑपरेट और कंफीगर करना
सिसको आईओएस सॉफ्टवेयर, कमांड लाइन इंटरफेस, राउटर और स्विचों की कमांड, सीएलआई से सिसको डिवाइस कंफीगर करना। - लोकल एरिया नेटवर्क स्विचिंग प्रौद्योगिकी
स्विचिंग टेक्नोलॉजी, ट्रांसपेरेंट ब्रिज लूप, IEEE स्पैनिंग-ट्री एलॉगरिद्म (STP) - वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क (VLAN)
ब्रॉडबैंड डोमेन, नेकवर्कों का विभागीयकरण, पोर्ट-आधारित बनाम मैक-आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, प्रोटोकॉल आधारित वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क, 802.1Q ट्रांकिंग, सिसको आईएसएल ट्रंकिंग, इंटर-वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क कम्यूनिकंशंस - वाइड एरिया नेटवर्क सर्विसेज
वाइड एरिया नेटवर्क प्रौद्योगिकी का ओवरव्यू और मीडिया के विकल्प, कंफीगरिंग HDLC, PAP और CHAP प्रमाणिकरण के साथ कंफीगरिंगPPP, HDLC और PPP, आईएसडीएन, फ्रेम रिले की मॉनिटरिंग। - नेटवर्क लेयर राउटिंग
राउटिंग के सिद्धांत, डायनेमिक बनाम स्टेटिक राउटिंग, राउटेबल बनाम नॉन-राउटेबल प्रोटोकॉल, राउटिंग प्रोटोकॉल में अंतर स्पष्ट करना, आरआईपी , कन्वर्जेंस का परिचय, राउटिंग को ऑप्टिमाइज करना। - विभिन्न लोकल एरिया नेटवर्क/वाइड एरिया नेटवर्क कम्यूनिकेशंस मीडिया जैसे लीज लाइन, वीसेट, रेडियो, वाई-फाई, वाई-मैक्स आदि का परिचय।
पाठ्यक्रम II - एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए एडवांस नेटवर्किंग प्रौद्योगिकी
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल एडवांस्ड राउटिंग प्रोटोकॉल जैसे ओएसपीएफ, ईआईजीआरपी और बीजीपी की कंफीग्रेशन और मॉनिटरिंग को समझने, मल्टीपल प्रोटोकॉल पर आधारित नीति आधारित राउटिंग और बड़े इंटरनेट कार्यों की हेंडलिंग में प्रतिभागियों की मदद करेंगे। यह नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्कालेबिलिटी की योजन बनाने में भी उनकी मदद करेगा। इसका उद्देश्य एडवांस्ड प्रौद्योगिकी जैसे फायरवाल, आईएसपी/आईएसडी, वीओआईपी, वाई-फाई, वाई-मैक्स, वीपीएन, लेयर3 की गहन जानकारी उपलब्ध कराना, डेटा नेटवर्कों में सेवा की गुणवत्ता का ध्यान रखना भी है।
- एडवांस्ड नेटवर्किंग कंसेप्ट
आईपीवी6, टीसीपी/आईपी इन डेप्थ, मल्टीकास्ट एफटीपी / टेलनेट, वीएलएसएम - एडवांस राउटिंग प्रोटोकॉल, क्वालिटी ऑफ सर्विस, और कंफीग्रेशन
आरआईपी2, ओएसपीएफ, ईआआजीआरपी, बीजीपी, नीति आधारित राउटिंग, क्वालिटी ऑफ सर्विस डिप्लॉय करना, एमपीएलएस, आरएएस - वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क-वीपीएन
वीपीएन का परिचय, वीपीएन के कार्य, वीपीएन टेक्नोलॉजी बिल्डिंग ब्लॉक्स, वीपीएन आर्किटेक्चर, टनलिंग प्रोटोकॉल – पीपीटीपी, एल2टीपी, आईपीसेक और एसएसएल वीपीएन इंट्रूजन प्रीवेंशन / डिटेक्शन सिस्टम - आईपीएस/आईडीएस का ओवरव्यू, हमें आईपीएस/आईडीएस की आवश्यकता क्यों है, आईपीएस/आईडीएस सोल्यूशंस, आईपीएस/आईडीएस की केस स्टडी।
- फायरवॉल्स
पेरिमीटर सिक्योरिटी, फायरवॉल्स का परिचय, विभिन्न प्रकार के फायरवॉल्स, फायरवॉल्स का आर्किटेक्चर, फायरवॉल्स की केस स्टडी, चैकप्वाइंट / पीआईएक्स इंस्टालेशन और कंफीग्रेशन। - एनएमएस
एसएनएमपी, आरएमओएन, सिस्कोवर्क्स कंफीगर करना, ईएमएस का ओवरव्यू (एंटरप्राइज मेनेजमेंट सिस्टम)। - मोबाइल एवं वायरलैस नेटवर्क प्रौद्योगिकी
जीएसएम, जीपीआरएस, 2 जी, एलटीई, वाई-फाई, वाई-मैक्स, उनके मानक और प्रोटोकॉल।
पाठ्यक्रम III – आई.टी.यूजर्स के लिए कंप्यूटर नेटवर्किंग, एडमिनिस्ट्रेशन, इंटरनेट एवं मैसेजिंग का परिचय
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को बेसिक कंप्यूटर हार्डवेयर और उसके कलपुर्जों को समझने में मदद करेगा, जिनका संचालन के लिए दैनिक तौर पर उपयोग किया जाता है और उन्हें लोकल एरिया नेटवर्क कंसेप्ट एवं विंडोज/लीनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम से अवगत कराएगा। यह इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज की जानकारी भी देगा - जिससे वे इंटरनेट एक्सप्लोरर और एमएस-आउटलुक एप्लीकेशंस की जानकारी ले सकेंगे और इंटरनेट और ई-मेल के कामकाज को समझ सकेंगे। इससे आमतौर पर उपयोग होने वाले ऑफिस आटोमेशन टूल, एमएस-ऑफिस की जटिलताओं को समझने में उन्हें मदद मिलेगी और वे इनकी गहन जानकारी ले सकेंगे। उपयोगकर्ताओं को एमएस-वर्ड, एमएस-एक्सल और एमएस-पावरप्वाइंट का उपयोग करना सिखाया जाएगा। इससे उपयोगकर्ता एनओएस, वेब सर्वर, मैसेजिंग सर्वर, प्रॉक्सी सर्वर आदि को इंस्टाल, कंफीगर और ऑपरेट करना सीख सकेंगे।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन :
- कंप्यूटर हार्डवेयर का परिचय
हार्डवेयर कांपोनेंट, हार्डवेयर कांपोनेंट की इंटीग्रेशन की पहचान करने वाली कुंजियां - विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम
विंडोज 2000 प्रोफेशनल का ओवरव्यू, फाइल मेनेजमेंट, कमांड, नेटवर्क प्रापर्टीज को कंफीगर करना, विंडोज क्लाइंट को कंफीगर करना, आई.पी.एड्रेस और संबंधित पैरामीटरों को कंफीगर करना, फाइल शेयरिंग और परमिशन, एमएस-ऑफिस - इंटरनेट को समझना
इंटरनेट क्या है, इंटरनेट, वेब ब्राउजर से जुड़ना और जेनेरिक कंफीग्रेशन को फरफार्म करना, एफटीपी को फरफार्म करना, ई-मेल – एमएस-आउटलुक पर कार्य करना
ओवरव्यू, इंस्टालेशन, कंफीग्रेशन एवं एनओएस (लीनक्स/विंडोज) के संचलन की शुरुआत, डायरेक्टरी स्ट्रक्चर, फाइल सिस्टम, इंस्टालेशन के लिए हार्डवेयर की आवश्यकता, इंस्टालेशन, लीनक्स कमांड एवं शैल स्क्रिप्टिंग, फाइस शेयरिंग के लिए एनएफएस सर्वर की कंफीगरिंग, विंडोज और अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स के साथ कनेक्टिविटी के लिए सांबा सर्वर की कंफीगरिंग, इंस्टालेशन के बाद पैकेजों को एड एवं रिमूव करना, मॉडम का इंस्टालेशन एवं डायल-अप कंफीग्रेशन, डीएनएस कंफीग्रेशन, कंफीग्रेशन के लिए डीएनएस स्ट्रक्चर एवं विभिन्न फाइलों को समझना। - वेब सर्वर कंफीगर करना
कंफीग्रेशन के लिए आवश्यक वेब सर्वर एवं विभिन्न फाइलों को समझना, डिफॉल्ट लोकेशन में वेब साइट को हॉस्ट करना, वर्चुअल हॉस्टिंग, हॉस्टिंग के बारे में डीएनएस में सूचना एड करना, वेब सर्वर के लिए ट्यूनिंग एवं सिक्योरिटी का कार्य करना। - ई-मेल सर्विसेज कंफीगर करना
मेल सर्वर कंफीगर करना, एसएमटीपी एवं आईएमएपी के लिए सेंडमेल को कंफीगर करना, मेल सर्वर की मेल यूजर एजेंट (MUA) जैसे मॉजिला मेल, के-मेल, इवोल्यूशन मेल, माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक आदि के साथ जांच करना। - प्रॉक्सी सर्विसेज कंफीगर करना
प्रॉक्सी सर्वर कंफीगर करना, एचटीटीपी पोर्ट स्थापित करना, यूजर्स की सेटिंग करना, एक्सेस क्रिएट करना।
पाठ्यक्रम IV – आई.टी.यूजर्स के लिए कंप्यूटर सिक्योरिटी के मूलभूत सिद्धांत
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को कंप्यूटर सिक्योरिटी और जोखिमों के बेसिक कंसेप्ट को समझा सकेगा। यह प्रतिभागियों को सामान्य नेटवर्किंग और सिक्योरिटी कंसेप्ट, खतरों इंट्रूजन प्वाइंट को भांपने, सुरक्षा, टीसीपी/आईपी बेसिक्स एवं वर्नेबिलिटीज, सर्टिफिकेट बेसिक्स, क्रिप्टोग्राफी, पब्लिक-की इन्फ्रास्ट्रक्चर से अवगत कराएगा, सीए ट्रस्ट मॉडल, नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी, कम्यूनिकेशंस सिक्योरिटी के बारे में समझाएगा। यह एप्लीकेशन सिक्योरिटी (मेल, वेब, फाइल ट्रांसफर), यूजर सिक्योरिटी, नेटवर्क डिवाइसों की हार्डनिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम्स, सर्वर एप्लीकेशन को भी कवर करेगा। यह ऑपरेशनल एवं आर्गेनाइजेशनल सिक्योरिटी और इंसिडेंट डिटेक्शन तथा रेस्पांस के बारे में जागरुक भी बनाएगा।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन :
- सामान्य नेटवर्किंग और सुरक्षा की अवधारणाएं
खतरों को भांपने वाले इंट्रूजन, सिक्योरिटी के उद्देश्य को समझना, प्वाइंट्स, खतरों से सुरक्षा, संगठनात्मक और ऑपरेशनल सिक्योरिटी, टीसीपी/आईपी बेसिक्स, बेसिक टीसीपी/आईपी सिद्धांत, टीसीपी/आईपी लेयर्स और वर्नेबिलिटीज। - सर्टिफिकेट बेसिक्स
क्रिप्टोग्राफी को समझना, क्रिप्टोग्राफी का उपयोग, एक पब्लिक-की इन्फ्रास्ट्रक्चर के कांपोनेंट की पहचान करना, सीए ट्रस्ट मॉडल को समझना, सर्टिफिकेट लाइफ सायकल और की- मेनेजमेंट को समझना। - नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी
नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी को समझना, नेटवर्क केबलिंग को सुरक्षित करना, कनेक्टिविटी डिवाइसों को सुरक्षित करना, सेक्योर टोपोलॉजी का अन्वेषण करना, नेटवर्क रिसोर्सेज कम्यूनिकेशंस को सुरक्षित करना। - कम्यूनिकेशंस, एप्लीकेशन, यूजर सिक्योरिटी
रिमोट एक्सेस कनेक्टिविटी को समझना, सेक्योर रिमोट एक्सेस उपलब्ध कराना, वायरलैस मानक और प्रोटोकॉल को समझना, ई-मेल सिक्योरिटी, वेब सिक्योरिटी, फाइल ट्रांसफर, को समझना ऑथेंटिकेशन, एक्सेस कंट्रोल मॉडल्स को समझना। - सिक्योरिटी बेसलाइंस
नेटवर्क डिवाइस और ऑपरेटिंग सिस्टम हार्डनिंग, सर्वर एप्लीकेशन हार्डनिंग। - ऑपरेशनल और आर्गेनाइजेशनल सिक्योरिटी
फिजिकल सिक्योरिटी, प्रीविलेज मेनेजमेंट, रिमूवेबल मीडिया, बिजनेस कंटीन्यूटी को प्रोटेक्ट करना, डॉक्यूमेंटेशन, जोखिम का आकलन, सुरक्षा संबंधी शिक्षा। - इंसीडेंट डिटेक्शन और रेस्पांस
अटैक और मेलेशियस कोड, इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम्स, इंसीडेंट रेस्पांस।
पाठ्यक्रम V - एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए कंप्यूटर एवं नेटवर्क सिक्योरिटी एडवांस लेवल- I
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल प्रतिभागियों को डिजाइनिंग और एन्फोर्सिंग नेटवर्क सिक्योरिटी सिस्टम को समझाने में सहायक होगा ताकि वे ऐसे डेटा नेटवर्कों और उन पर आधारित परियोजनाओं को देखने, एडमिनिस्टर करने, इंस्टाल करने, कंफीगर करने तथा उनका प्रबंधन एवं पर्यवेक्षण करने में सक्षम हो सकें।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन:
- बेसिक नेटवर्किंग और टीसीपी/आईपी रिफ्रेशर
नेटवर्क आईओएस और राउटर फिल्टर्स नेटवर्क फंडामेंटल्स, आईपी कंसेप्ट। - सूचना सिक्योरिटी मेनेजमेंट सिस्टम
रिस्क सिक्योरिटी के आवश्यक तत्व, इंटरनेशनल सिक्योरिटी मानक, सिक्योरिटी एनालेसिस, आर्गेनाइजेशन, सूचना और सिस्टम सिक्योरिटी का वर्गीकरण, सिक्योरिटी पॉलिसी, डिजास्टर रिकवरी प्लानिंग, आईएस संबंधित मामलों की फिजिकल सिक्योरिटी, मेकेनिज्म। - इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और हैकर एक्सप्लॉइट
इंटरनेट लक्ष्य की पहचान, अटैक के प्रकार, इंटरनेट वर्नेबिलिटीज और जोखिम के आकलन की तकनीकों पर नियंत्रण पाना, टोह लेना, कीस्ट्रोक रिकार्डिंग को हाइड करना, पासवर्ड तोड़ना, सिस्टम, अटैक के साक्ष्य, एसएएनएस टॉप 20 वर्नेबिलिटीज। - फायरवॉल्स की डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
फायरवॉल पॉलिसी का चयन, फायरवॉल कांपोनेंट, परिचय, इंस्टालिंग मापदण्ड, मॉनिटरिंग फायरवॉल, और कंफीगरिंग फायरवॉल्स, आईएसए आईपी की इंस्टालिंग और कंफीगरिंग, आईएसए सर्वर की मॉनिटरिंग, तालिका की अवधारणा और क्रियान्वयन। - आईपीएस की डिजाइनिंग और कंफीगरिंग
आईडीएस डिजाइन, आईडीएस प्रौद्योगिकी और तकनीक, आईडीएस लक्ष्य और भूमिकाएं, आईडीएस की सीमाएं, आईडीएस डिप्लॉयमेंट, आईडीएस सिगनेचर की पहचान करना। - सेक्योर वीपीएन कंफीगर करना
सिक्योरिटी आवश्यकताएं, वीपीएन प्रौद्योगिकी को कंपेयर करना, वीपीएन परिदृश्य, साइट-टू-साइट टनल्स के क्रियान्वयन के लिए टनल्स क्रिएट करना, टनलिंग टाइप, वीपीएन सिक्योरिटी का क्रियान्वयन, आईपी सिक्योरिटी, वीपीएन एक्सेस करना। - विंडोज को सुरक्षित करना
नवीनतम प्रौद्योगिकी का क्रियान्वयन, विंडोज सिक्योरिटी का लक्ष्य, रिसोर्सेज को एनटीएफएस ऑथेंटिकेशन सिक्योरिटी के साथ सुरक्षित करना, परमिशंस को डिप्लॉय करना, एन्क्रिप्टिंग फाइल सिस्टम (EFS) को एक्सपोज करना, नेटिव एनटीएफएस वर्नेबिलिटीजस, एक्टिव डायरेक्टरी ऑब्जेक्ट्स को प्रोटेक्ट करना, आपके एन्वायरमेंट को सेक्योर करने के लिए टेंपलेट्स का निर्माण एवं इन्हें डिप्लॉय करना, डेटा की इंटेग्रिटी और गोपनीयता सुनिश्चित करना। विंडोज के पीकेआई कांपोनेंट एन्क्रिप्शन आर्किटेक्चर, ट्रांसमिशन का प्रबंधन। - लीनक्स को सुरक्षित करना
लीनक्स सिक्योरिटी, क्रिप्टोग्राफी, मॉनिटरिंग के साथ डेटा और सिस्टम्स को प्रोटेक्ट करना और एकाउंट के सुरक्षित उपयोग, लॉगिंग द्वारा अकाउंट्स को डिसेबल करना, पूरे नेटवर्क पर नियंत्रण करना, सुपर यूजर एक्टिविटी की ऑडिटिंग, रोल बेस्ड एक्सेस कंट्रोल (RBAC), डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर और बैकअप और सिक्योरिटी की पार्टिशनिंग, नेटवर्क फाइल सिस्टम की हार्डनिंग, इंटेग्रिटी टैस्टिंग एवं बैकअप, अवांछित प्रोग्राम एग्जीक्यूशन से जोखिम संबंधी मामले, लीनक्स मामले, इंटरनल टीसीपी/आईपी को सुरक्षित करने वाली स्क्रिप्ट और इसके सिक्योरिटी लूपहॉल्स, सेफ्ली नेटवर्क सर्विसेज, एक्सटर्नल नेटवर्कों से कनेक्ट होने वाले एफटीपी, ई-मेल और वेब एक्सेस को सुरक्षित करना।
पाठ्यक्रम VI- एडमिनिस्ट्रेटर्स के लिए कंप्यूटर एवं नेटवर्क सिक्योरिटी : एडवांस लेवल- II
अवधि: 5 दिन
पाठ्यक्रम की आउटलाइन:
- कंटिन्जेंसी प्लानिंग
फंडामेंटल कंटिन्जेंसी प्लानिंग, कंटिन्जेंसी प्लान की क्रिएशन, पावर की तकनीक, ऑपरेटिंग सिस्टम का बैकअप। - इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) पर सिक्योरिटी
वेब साइट इंटरनेट के स्ट्रक्चर में कमजोर प्वाइंटों, अटैक तकनीक, वेब उपयोगकर्ताओं की अटैक तकनीक, हार्डनिंग इंटरनेट एक्सेस प्वाइंट्स को परिभाषित करती है। - टूल्स एवं टेक्नीक्स
नेटवर्क स्केनिंग और डिस्कवरी के तरीके वायरस ट्रोजंस और वर्म्स सोशल इंजीनियरिंग तकनीक प्रीविलेज एस्कालेशन कीस्ट्रोक लॉगिंग डॉस की अवधारणा पासवर्ड की कमजोरी। - राउटर सिक्योरिटी
मूलभूत सिसको राउटर सिक्योरिटी का क्रियान्वयन, राउटिंग प्रोसेस का उल्लेख, अवांछित प्रोटोकॉल और सेवाओं को हटाना, एक्सेस कंट्रोल लिस्ट का निर्माण और उनका क्रियान्वयन, सिसको राउटर लॉगिंग को कंफीगर करना। - नेटवर्क डिफेंस
नेटवर्क डिफेंस / डिफेंसिव टेक्नोलॉजी, एक्से कंट्रोल के उद्देश्य / डिफेंस का प्रभाव, नेटवर्क ऑडिटिंग की अवधारणा। - रिस्क एनालेलिस का कार्य
रिस्क एनालेसिस की अवधारणा, रिस्क एनालेसिस के तरीके / प्रक्रिया, रिस्क को न्यूनतम करने की तकनीक, रिस्क एनालेसिस जारी रखना। - सिक्योरिटी ऑडिटिंग अटैक और थ्रैट एनालेसिस
सिक्योरिटी ऑडिटिंग, डिस्कवरी के तरीके, सर्वर पेनिट्रेशन और अटैक तकनीक की ऑडिटिंग, सिक्योरिटी ऑडिटिंग और कंट्रोल फेज़, इंट्रूजन डिटेक्शन, ऑडिटिंग और लॉग एनालेसिस, ऑडिट परिणाम।
पाठ्यक्रम VII - डेटा सेंटर का क्रियान्वयन और प्रबंधन
अवधि: 5 दिन
यह मॉड्यूल आईटी प्रबंधकों / परियोजना प्रबंधकों को कंप्यूटर कक्षों और डेटा केन्द्रों के डिजाइन, निर्माण और संचालन के बारे में जानकारी देगा। इसमें अनेक सब-सेक्शन हैं जो एक सफल डिजाइन जैसे एक इलेक्ट्रिकल पावर सप्लाई, एयर कंडीशनिंग और डेटा केबलिंग की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
यह विभिन्न नेटवर्कों और प्रवृत्तियों जैसे वर्चुएलाइजेशन आदि को भी कवर करता है ताकि उन्हें समझा जा सके और उनका महत्व जाना जा सके।
पाठ्यक्रम की आउटलाइन
परिचय
- डेटा सेंटर का परिचय
- एक नेटवर्क में डेटा सेंटर की भूमिका
- डीसी मानक
- हाइरार्कियल मॉडल
सुविधाएं और लोकेशन
- लोकेशन, साइज, ऊंचाई, फ्लोर लोडिंग, लाइटिंग और ऊंचे फर्श की संस्तुतियां
- इमरजेंसी लाइटिंग और साइनेज
- सर्विसेज और सुविधाएं
- ऊंचे फर्श के डिजाइन की संस्तुतियां
रैक लोकेशन की संस्तुतियां
- हॉट ऐसल/कोल्ड ऐसल मॉडल
- एयर डिस्ट्रिब्यूशन
- एक रैक को क्या एक सर्वर रैक बनाता है?
- 4-पोस्ट और 2-पोस्ट सिस्टम्स
- विजडन जैसे टूल्स का उपयोग
पावर सप्लाई
- विद्युत के सिद्धांत (वोल्ट्स, एंपीयर, वाट, किलोवाट)
- पावर फैक्टर और थ्री फेज़
- N, N+1 2(N+1) आदि का अर्थ
- पावर आवश्यकताओं का आकलन
- अबाधित पावर सप्लाई (UPS) के विकल्प
- एक रैक में और रैके के लिए पावर वितरण
- पावर वितरण यूनिट्स
कूलिंग
- एयर कंडीशनिंग सिद्धांतों के बेसिक्स
- कंफर्ट बनाम प्रीसिजन एयर कंडीशनिंग
- फ्रेश एयर और वेंटिलेशन की आवश्यकताएं
- एयर कंडीशनिंग के लिए पावर की खपत
- एयर कंडीशनिंग के विकल्प
अर्थिंग
- लागू मानक
- आवश्यकताएं
केबल कंटेनमेंट
- लागू मानक
- पावर और डेटा केबल का सेपरेशन
- कंड्यूट, ट्रंकिंग, ट्रे के प्रकार
- एक रैक में और रैके के लिए केबल मेनेजमेंट
फायर डिजाइन
- फायर डिटेक्शन और टीआईए 942 की आवश्यकताएं
- प्री-एक्शन स्प्रिंकलर सिस्टम
- स्मोक डिटेक्टर सलेक्शन
केबलिंग कांपोनेंट
- कॉपर और फाइबर ऑप्टिक केबल मानक
- केबलिंग कांपोनेंट
- विभिन्न विचार
- रुझान
सिक्योरिटी एवं एक्सेस कंट्रोल
- फायर डिटेक्शन और मॉनिटरिंग
- सिक्योरिटी और एक्सेस कंट्रोल
- क्लोज सर्किट टेलीविजन
- मेनेजमेंट सिस्टम तैयार करना
- सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग के लिए टीआईए 942 आवश्यकताएं
- आईपी नेटवर्क जो सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग को इंटीग्रेट करता है
- रैक लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम
नेटवर्क डिजाइन एवं आवश्यकताएं
- लोकल एरिया नेटवर्क
- एसएएन/एनएएस
- विशिष्ट आवश्यकताएं
- महत्वपूर्ण विचार
वर्चुएलाइजेशन
- सर्वर कंसोलिडेशन की आवश्यकता
- वर्चुअलाइजेशन क्या है
- टूल्स एवं टेक्नोलॉजी
- मुद्दे और चुनौतियां
- लाभ
डीसी मेनेजमेंट
- अपेक्षित टूल्स और उपलब्ध विकल्प
- विभिन्न टूल्स का इंटीग्रेशन
- आईटीआईएल – परिचय
- बीसीपी और डिजास्टर रिकवरी
डीसी ऑपरेशंस
- 24x7 संचलन संबंधी आवश्यकताएं
- स्टाफ संबंधी व्यवस्थाएं
- कानूनी अनुपालन
- सपोर्ट फंक्शंस
- रिपोर्टिंग
ग्रीन आईटी
- ग्रीन आईटी क्या है?
- डीसी पर प्रभाव
पाठ्यक्रम VIII - आई.टी.कानून एवं फारेंसिक्स
अवधि: 3 दिन
यह मॉड्यूल आई.टी. सिक्योरिटी मेनेजरों को साइबर अपराध, आई.टी. कानून और कंप्यूटर फारेंसिक्स के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएगा। यह साइबर अपराध और आई.टी. कानूनों के विवरणों की जानकारी देगा ताकि वे अपने संबंधित संगठनों में इनके क्रियान्वयन के बारे में समझ सकें। यह कंप्यूटर फारेंसिक्स को एक टूल के रूप में कैप्चर करने, साक्ष्यों का मूल्यांकन करने और साइबर अपराध को सिद्ध करने के बारे में भी बताएगा।
- साइबर अपराध का परिचय
- साइबर अपराध के प्रकार
- अंतर्राष्ट्रीय केसों का अध्ययन
- साइबर कानून के मूलभूत सिद्धांत
- साइबर कानून का ज्यूरिसप्रूडेंट
- कंप्यूटर और वेब प्रौद्योगिकी का ओवरव्यू
- भारतीय साइबर कानून का परिचय
- सामान्य कानूनों और भारत में इसकी प्रक्रियाओं का ओवरव्यू
- ई कॉमर्स – लीगल मुद्दे
- इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स
- डिजिटल सिगनेचर्स - तकनीकी मुद्दे
- डिजिटल सिगनेचर्स – कानूनी मुद्दे
- Electronic Contracts
- आईपीआर और साइबरस्पेस
- इंटेलेक्चुल प्रॉपर्टी संबंधी कानूनी प्रक्रिया का ओवरव्यू
- कॉपीराइट कानून एवं साइबरस्पेस
- ट्रेडमार्क कानून एवं साइबरस्पेस
- साइबर अपराध और डिजिटल साक्ष्य
- आई.टी.अधिनियम के अंतर्गत दण्ड एवं अपराध
- भारतीय दण्ड संहिता के अंतर्गत अपराध
- जांच एवं निर्णय संबंधी मुद्दे
- डिजिटल साक्ष्य
- कंप्यूटर फारेंसिक्स
- कंप्यूटर फारेंसिक्स क्या है
- संबद्धता और क्रियान्वयन
- उपलब्ध टूल्स
- i. एन्केस
- ii. एक्सेस डेटा
- कंप्यूटर हार्डवेयर, नेटवर्क और इंटरनेट
- हार्डवेयर उपकरण
- फाइल सिस्टम्स
- बायस एवं बूट प्रक्रिया
- कंप्यूटर नेटवर्क
- कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को समझना
- प्रेक्टिकल मुद्दे
- साइबर फारेंसिक्स को समझना
- डिजिटल साक्ष्य क्या होता है?
- जांच के तरीके
- स्वीकार्यता और जब्ती
- एक डिस्क की क्लोनिंग
- डेटा का गणितीय प्रमाणन
- डिलीट हुई फाइलों की रिकवरी
- एडवांस्ड साइबर फारेंसिक्स
- वाइपिंग
- डिस्क की क्लोनिंग और इमेजिंग
- डेटा फाइलों से डेटा का उपयोग
- ऑपरेटिंग सिस्टम से डेटा का उपयोग
- बैस्ट प्रेक्टिसेस