डिजिटल लाइब्रेरी की रेपोजिटरी
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग निशुल्क पढ़ सकने के लिए 1 मिलियन पुस्तकों के सर्च किए जा सकने वाले संग्रह को डिजिटल रूप में लाने के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट के लिए धनराशि उपलब्ध कराता है। पूरे भारत में विभिन्न संस्थानों में इन पुस्तकों की स्केनिंग का कार्य किया जा रहा है। डिजिटल डेटा एसईआरसी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बेगलुरू में हॉस्ट किया जा रहा है। डेटा कोष के बैक-अप सैट के लिए डी.आई.टी. ने 129.30 लाख रु. की लागत वाले एक तीन वर्षीय प्रोजेक्ट के लिए अगस्त, 2009 में धनराशि उपलब्ध कराई है जिसका शीर्षक है “डिजिटल लाइब्रेरी की पहल के अंतर्गत डिजिटल डेटा के कोष की स्थापना”। इस प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में ई.आर.नेट इंडिया को डिजिटल किए गए डेटा को हॉस्ट करने के लिए एक कोष स्थापित करना होगा और तीन केंद्रों IISc बेंगलुरू, IIIT हैदराबाद और सी-डेक, नोएडा को इंटरनेट बैंडविड्थ उपलब्ध कराना होगा।
पुणे स्थित ई.आर.नेट प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस में डिजिटल कोष स्थापित किया जा रहा है और डिजिटल किए गए डेटा की हॉस्टिंग के लिए उपकरणों की खरीद का कार्य प्रगति पर है।